tag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post6963025900926916299..comments2024-01-26T14:19:58.834+05:30Comments on मेरे अनुभव (Mere Anubhav): प्लैटिनम और आभूषण Pallavi saxenahttp://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-56035367177071778282015-10-24T09:45:45.371+05:302015-10-24T09:45:45.371+05:30मेल से प्राप्त टिप्पणी :- प्रत्येक समाज में लेन-दे...मेल से प्राप्त टिप्पणी :- प्रत्येक समाज में लेन-देन की प्रथाओं ने दिखावे का रूप ले लिया हैं। अब हर प्रकार के तीज-त्यौहार , शादी समाहरों के कार्यकर्मो इत्यादि में प्रितयोगिता सी चल पड़ी हैं। इस विषय पर आज जंनसत्ता दैनिक अखबार में बहुत ही सुन्दर ,प्रासंगिक और मेरे विचारों से मेल रखता आपका लेख मुझ जैसे अनेक युवाओं को इन विचारों पर अडिग रहने में सहायता करेगा। कही न कहीं दहेज प्रथा के पीछे ये छोटे मोटे कार्यकर्मों में देख-दिखावा ही मूल कारण हैं। इससे भी आग़े देखे तो " जैसे यदि कोई व्यक्ति किसी रिश्तेदार ( मुख्यत:ससुराल) में जाता हैं तो उसे वहा कपडे , पैसे इत्यादि भेंट स्वरुप मिलते हैं। मैंने देखा हैं कि उसके बाद काफी लोग चर्चा करते हैं कि हमे भेट में ये नही मिला या मिला। मेरा मानना हैं कि ये एक ऐसा कारण हैं जिसने मुख्यत : ग्रामीण परिवेश में दहेज रुपी जल्लाद को अभी तक कायम रखा हैं और साथ ही इसको बढ़ावा दे रहा हैं। ऊपर से जैसे जैसे लोगो के पास पैसा आता जा रहा हैं वो सिर्फ इसको दिखाने का मौका ढूढ़ते हैं और भारतीय समाज में शादी , जन्मदिन , कुवां पूजन इत्यादि कार्यक्रमों ने इस बीमारी के लिए धरातल तैयार किया हैं। <br /><br />आपके इस लेख के लिए धन्यवाद <br />सत्य देव आर्य Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-75806304425590690272015-10-13T14:27:25.688+05:302015-10-13T14:27:25.688+05:30आज सब ओर दिखावा बढ़ता जा रहा है चाहे शादी विवाह हो ...आज सब ओर दिखावा बढ़ता जा रहा है चाहे शादी विवाह हो या कोई अन्य अवसर..आवश्यकता है सभी को इसके विरुद्ध एक जुट होने की...बहुत सारगर्भित आलेख..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-64167502859675708732015-10-13T14:26:57.023+05:302015-10-13T14:26:57.023+05:30आज सब ओर दिखावा बढ़ता जा रहा है चाहे शादी विवाह हो ...आज सब ओर दिखावा बढ़ता जा रहा है चाहे शादी विवाह हो या कोई अन्य अवसर..आवश्यकता है सभी को इसके विरुद्ध एक जुट होने की...बहुत सारगर्भित आलेख..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-16696273304297303852015-10-11T15:22:45.646+05:302015-10-11T15:22:45.646+05:30जय हिन्दजय हिन्दAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-51743124920646939152015-10-10T08:53:53.023+05:302015-10-10T08:53:53.023+05:30धन्यवाद। धन्यवाद। Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-59184366087249479482015-10-10T08:38:20.988+05:302015-10-10T08:38:20.988+05:30जी अवश्य कृपया आप अपना ब्लॉग लिंक दें। जी अवश्य कृपया आप अपना ब्लॉग लिंक दें। Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-55286844140815860132015-10-10T04:02:11.004+05:302015-10-10T04:02:11.004+05:30जेवर , बहुमूल्य कपड़ो और वस्तुओं का जो प्रदर्शन टी...जेवर , बहुमूल्य कपड़ो और वस्तुओं का जो प्रदर्शन टीवी पर किया जाता है वह सामान्य जन-रुचि को बहुत प्रभावित करता है ,इसकी भी एक सीमा होनी चाहिये .<br />प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-52798536355329211042015-10-09T12:43:52.714+05:302015-10-09T12:43:52.714+05:30सब तरफ पैसे का बोलबाला है. लोग दिखाबे के लिए कुछ भ...सब तरफ पैसे का बोलबाला है. लोग दिखाबे के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते है. विचारणीय आलेख.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-1263254201904044002015-10-08T19:08:41.487+05:302015-10-08T19:08:41.487+05:30समाज और मिडिया की चालाकियों को बखूबी उजागर किया है...समाज और मिडिया की चालाकियों को बखूबी उजागर किया है <br />वाकई इस तरह की सार्थक पहल <br />समाज और मिडिया को सचेत करेगी <br />उत्कृष्ट प्रस्तुति ---<br /><br />आग्रह है मेरे ब्लॉग में भी सम्मलित हों <br />सादर Jyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-24538823267783318552015-10-08T16:47:47.097+05:302015-10-08T16:47:47.097+05:30बहुत अच्छा लिखा है आपने इस सामाजिक समस्या पर. और स...बहुत अच्छा लिखा है आपने इस सामाजिक समस्या पर. और सबसे बड़ी बात यह है कि हमारा समाज आज तक आपके इस विचार को पूरी तरह से पकड़ नहीँ पाता और अधिकतर लोग लोकलाज या लोक दिखावे में अपना पैसा खर्च करते हैं. कुछ मामलों में धर्म ही आड़े आ जाता है. ये बेड़ियाँ बहुत मजबूत हैं.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.com