tag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post1923083828077594294..comments2024-01-26T14:19:58.834+05:30Comments on मेरे अनुभव (Mere Anubhav): ~अश्लीलता परोसता इंटरनेट ~Pallavi saxenahttp://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comBlogger29125tag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-23937718579959847282023-01-13T05:52:30.732+05:302023-01-13T05:52:30.732+05:30सजग करती पोस्ट. सादर अभिवादन पल्लवी जी सजग करती पोस्ट. सादर अभिवादन पल्लवी जी जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-24811882912981086872023-01-12T20:28:46.045+05:302023-01-12T20:28:46.045+05:30जी बिलकुल इस इंटरनेट नामक दो धारी तलवार का यदि सदु...जी बिलकुल इस इंटरनेट नामक दो धारी तलवार का यदि सदुपयोग कम और इसी तरह दुरूपयोग अधिक हुआ तो भविष्य सचमुच खतरे में है। धन्यवाद 🙏🏼Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-67641262762111875082023-01-12T15:50:25.669+05:302023-01-12T15:50:25.669+05:30बहुत ही विचारणीय आलेख ।
सचमुच इस समस्या का समाधान ...बहुत ही विचारणीय आलेख ।<br />सचमुच इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द ढ़ूँढ़ने की कोशिश होनी चाहिए ।वरना आने वाली पीढ़ी मतिभ्रम में अपने संस्कृति और संस्कार खो देगी ।<br />Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-43144563301872111722023-01-12T15:17:27.248+05:302023-01-12T15:17:27.248+05:30जी बहुत शुक्रिया 🙏🏼जी बहुत शुक्रिया 🙏🏼Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-46662600203447437382023-01-12T15:17:03.457+05:302023-01-12T15:17:03.457+05:30जी बिलकुल ठीक कहा अपने समय निकलकर यहाँ आने के लिए ...जी बिलकुल ठीक कहा अपने समय निकलकर यहाँ आने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🏼Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-17350953456295420432023-01-12T11:37:42.160+05:302023-01-12T11:37:42.160+05:30हर टेक्नोलॉजी के अपने फायदे और नुक्सान होते हैं, ल...हर टेक्नोलॉजी के अपने फायदे और नुक्सान होते हैं, लेकिन आजकल जैसे इस मोबाइल क्रांति में रील का जो रोल आजकल देखने को मिल रहा है वह सचमुच एक गंभीर चिंता का विषय है। शील-अश्लील में क्या फर्क है यह अधिकांश रील बनाने वाले समझ ही नहीं रहे हैं। उन्हें जैसे भी हो बस हिट होने का भूत जैसे सवार रहता है चाहे कुछ भी करना पड़े और इसी से आज की पीढ़ी ही क्या बड़े-बुजुर्ग भी इस दलदल में फंसे जा रहे हैं। इंटरनेट की पहुँच सब तक है, यह एक अच्छी बात जरूर है लेकिन इसके दुष्परिणाम आज कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहे हैं तो मन खट्टा होता है, लेकिन बुराई हमेशा नहीं रह पाती है यह हमें नहीं भूलना चाहिए। <br />बहुत अच्छी चिंतन प्रस्तुति हेतु धन्यवाद आपका कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-83766639265335924822023-01-12T09:41:54.670+05:302023-01-12T09:41:54.670+05:30गंभीर विषय पर चिंतन परक विचार रखे हैं आपने इस लेख ...गंभीर विषय पर चिंतन परक विचार रखे हैं आपने इस लेख में , समस्या पर नियंत्रण पाने के लिए जागरूकता की आवश्यकता है । Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-76800858373249795922023-01-12T01:16:28.675+05:302023-01-12T01:16:28.675+05:30जी जरूर बहुत बहुत शुक्रिया आपका जो अपने मेरे ब्लॉग...जी जरूर बहुत बहुत शुक्रिया आपका जो अपने मेरे ब्लॉग को चर्चा मंच के लिए चुना क्यूंकि मैं तो चाहती हूँ कि इस गंभीर विषय पर चर्चा अवश्य होनी ही चाहिए। Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-26603943921085779802023-01-11T19:29:42.005+05:302023-01-11T19:29:42.005+05:30सादर नमस्कार ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्...सादर नमस्कार , <br /><br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरुवार (12-1-23} को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/ " rel="nofollow"> "कुछ कम तो न था ..."(चर्चा अंक 4634) </a> पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी। <br />------------<br />कामिनी सिन्हा <br />Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-12693903842920366162023-01-10T04:07:24.340+05:302023-01-10T04:07:24.340+05:30बहुत सही कहा आपने। बहुत सही कहा आपने। Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-40647414898963380142023-01-09T21:34:55.319+05:302023-01-09T21:34:55.319+05:30तंत्र, लोग, रीतियां, नीतियां, रूटीन लाइफ कितनी विर...तंत्र, लोग, रीतियां, नीतियां, रूटीन लाइफ कितनी विरोधाभासों से भरी हुयी है! कितनी निकृष्टतम, विसंगत नीतियों के साथ राजनीति होती है! ऐसे में समस्याओं का निदान संभव नहीं लगता। इंटरनेट इत्यादि आधारित धंधे भी ज्यादातर लोगों को ग्राहक बनाकर अपना व्यवसाय फैलाने के लिये किये जा रहे हैं। ऐसे में समस्या का पहलू और हल न तो सड़ी हुयी राजनीति, तंत्र के पास ही होगा और न ही भोगोपभोग में पूर्णतः डूब चुके व्यक्ति और उद्योगपतियों के पास ही होगा। ऐसे ही चलता रहेगा। आप ने सही विषय पकड़ा। पर इंटरनेट पर नंगई परोसनेवाले बाॅलीवुडियों पर विस्तार से लिखने की जरूरत थी। समस्याओं का निदान इसलिए भी नहीं हो पा रहा, क्योंकि हम में से अधिसंख्य जन समस्याओं के मूल कारणों को स्पष्ट बताने, बोलने, लिखने से बचते हैं......अपने स्वार्थ, स्वहित के लिये।Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-77036394106554815772023-01-08T09:28:51.018+05:302023-01-08T09:28:51.018+05:30कटु सत्य l
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई l...कटु सत्य l<br />नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई llMANOJ KAYALhttps://www.blogger.com/profile/13231334683622272666noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-28277322914293475852023-01-07T01:37:34.220+05:302023-01-07T01:37:34.220+05:30आप आयी और आपने पढ़कर अपने विचार व्यक्त किये दी मेरा...आप आयी और आपने पढ़कर अपने विचार व्यक्त किये दी मेरा लिखना सार्थक हो गया. आपकी बातों से पूर्णतः सहमत हूँ. बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🏼Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-14986871548174912732023-01-06T20:39:36.835+05:302023-01-06T20:39:36.835+05:30बहुत ही जरूरी सवाल उठाए हैं आपने . इन्टरनेट सचमुच...बहुत ही जरूरी सवाल उठाए हैं आपने . इन्टरनेट सचमुच वरदान भी है और अभिशाप भी. आपने दोनों पर विस्तार से कहा है. पर नियंत्रण होना बहुत ज़रूरी है. सचमुच बहुत आपत्ति जनक सामग्री बिना किसी अवरोध के सामने आ जाती है नहीं आए तो खोजना आसान है. मानसिक विकृति इसी की देन है. गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-20222082809740603892023-01-06T15:11:09.805+05:302023-01-06T15:11:09.805+05:30(रेखा श्रीवास्तव) जी द्वारा लिखी गयी टिप्पणी जो कि...(रेखा श्रीवास्तव) जी द्वारा लिखी गयी टिप्पणी जो किसी तकनिकी कारण के चलते यहाँ पोस्ट ना हो सकी.<br />पल्लवी एक ज्वलन्त समस्या है ये , और इसका निदान भी जरूरी है। सिर्फ साइट की क्यों कहें? अब तो reel और vedio के जो विकल्प हैं लोग अपनी मानसिक व्याभिचार की प्रवृति को रूप देकर परोस रहे हैं। अभी पिछले दिनों शताब्दी से दिल्ली जा रही थी कोई यात्री वीडियो देख रहा था और आवाज कान में पड़ रही थी, इतने अश्लील शब्दों का प्रयोग किया गया था कि लग रहा था कि हम गलत जगह बैठे हैं।Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-30704550090550492962023-01-05T20:28:35.539+05:302023-01-05T20:28:35.539+05:30हाँ जी इसलिए तो इस पर विचार विमर्श होना ही चाहिए. ...हाँ जी इसलिए तो इस पर विचार विमर्श होना ही चाहिए. 🙏🏼 Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-87829966034257330312023-01-05T20:27:33.514+05:302023-01-05T20:27:33.514+05:30जी बिलकुल धन्यवाद 🙏🏼जी बिलकुल धन्यवाद 🙏🏼Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-3197264688596474132023-01-05T20:26:33.994+05:302023-01-05T20:26:33.994+05:30जी धन्यवाद 🙏🏼जी धन्यवाद 🙏🏼Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-26068449813759320242023-01-05T20:25:09.972+05:302023-01-05T20:25:09.972+05:30जी बिलकुल विमर्श तो होना ही चाहिए लेकिन बलात्कार क...जी बिलकुल विमर्श तो होना ही चाहिए लेकिन बलात्कार के मामलों में कहीं ना कहीं इन वीडियोस कि वजह से बढ़ोतरी तो हुई है. Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-36974170298848039122023-01-05T19:36:46.563+05:302023-01-05T19:36:46.563+05:30Vicharneeya vishay.Vicharneeya vishay.ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-49847663774943305132023-01-05T19:24:21.145+05:302023-01-05T19:24:21.145+05:30This comment has been removed by a blog administrator.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-53605907742196203922023-01-05T19:24:19.628+05:302023-01-05T19:24:19.628+05:30और लिखिए। अखिलेश मयंकऔर लिखिए। अखिलेश मयंकAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-49607215312064576742023-01-05T19:23:12.943+05:302023-01-05T19:23:12.943+05:30सही बातें लिखी हैं पल्लवी जी। यह आज का विचारणीय वि...सही बातें लिखी हैं पल्लवी जी। यह आज का विचारणीय विषय है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-28583680409998028852023-01-05T18:55:50.560+05:302023-01-05T18:55:50.560+05:30www.boldobindaas.blogspot.comwww.boldobindaas.blogspot.comAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-7761066014285314902023-01-05T18:48:01.198+05:302023-01-05T18:48:01.198+05:30कानून तो बहुत हैं, मगर इसे लागू करने में कई मुश्कि...कानून तो बहुत हैं, मगर इसे लागू करने में कई मुश्किल है। आज के युग में व्यक्तिगत स्वतंत्रता जरूरी है। मगर कानून बनाने वाले में कई इतने सजग नहीं है, या पुराने सामाजिक नियमों से चिपके हैं। इसलिए कानून व्यक्तिगत स्वतंत्रता का हनन का माध्यम बन जाते हैं। <br />एक ही लाठी से सबको हांकने की आदत अब तक नहीं गई है। इसलिए कानून जो पहले से पहले से हैं उसे सही से अमल में लाते तो समस्या पर काबू पाया जा सकता हैAnonymousnoreply@blogger.com