tag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post7352430609655642464..comments2024-01-26T14:19:58.834+05:30Comments on मेरे अनुभव (Mere Anubhav): विदेश का खोखला आकर्षणPallavi saxenahttp://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-3381068157368914642013-12-29T18:00:50.000+05:302013-12-29T18:00:50.000+05:30शिक्षा और समृद्धि के नाम पर विदेशों की ओर हसरत भरी...शिक्षा और समृद्धि के नाम पर विदेशों की ओर हसरत भरी निगाह से देखनेवाले एशियाई और खासकर भारतीयों के लिए आंखें खोलनेवाली बातें उजागर हुईं हैं इस आलेख में। साथ ही भारतीय और विदेशी शिक्षा पद्वति का तुलनात्मक अध्ययन भी लेख की महत्वपूर्ण बातों में से एक है। कुल मिला कर एक जबर्दस्त, विचारोत्तेजक, विचारणीय आलेख की रचना की है आपने। इस हेतु आपको बधाई एवं आगे की शुभकामनाएं।विकेश कुमार बडोलाhttp://chandkhem.blogspot.innoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-16738113712706925602013-12-29T23:55:03.000+05:302013-12-29T23:55:03.000+05:30PALLAVI JI AAPKA YAH AALEKH KISI NATIONAL NEWS PAP...PALLAVI JI AAPKA YAH AALEKH KISI NATIONAL NEWS PAPER M PRAKASHIT HONA CHAHIYE TAKI ISE SAB PADHEN AUR JANE KI VASTAV ME VIDESH KYA HAIN AUR PAGAL HONA CHHODEN VIDESH KE PEECHHE .NICE ARTICLE.shalini kaushikhttp://shalinikaushik2.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-47125234944298999512013-12-30T11:14:35.000+05:302013-12-30T11:14:35.000+05:30शायद इसका गैंग का प्रचलन ब्रिटेन में होगा, अमेरिका...शायद इसका गैंग का प्रचलन ब्रिटेन में होगा, अमेरिका का पता नहीं पर खाड़ी देशों में ऐसा कोई प्रचलन नहीं है ... <br>अच्छा और विचारणीय विस्तृत लेख है जो कई बातों को सोचने को विवश करता है ... <br>आपको और आपके परिवार को नव वर्ष की मंगल कामनाएँ ...दिगंबरhttp://swapnmere.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-37638381806271044482013-12-30T12:00:49.000+05:302013-12-30T12:00:49.000+05:30ऐसे गैंग कहीं भी मिल सकते हैं. ये आपराधिक प्रवृत्त...ऐसे गैंग कहीं भी मिल सकते हैं. ये आपराधिक प्रवृत्ति वाले बच्चों होते हैं. ये भारत में भी मिलते हैं.Bharat Bhushanhttp://meghnet.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-19139300207919827032013-12-30T14:39:11.000+05:302013-12-30T14:39:11.000+05:30वाह! क्या बात!तीन संज़ीदा एहसासजिसमें कि ख़ुदा रहता...वाह! क्या बात!<br><br><a href="http://cbmghafil.blogspot.in/2013/12/blog-post_28.html" rel="nofollow"><b>तीन संज़ीदा एहसास</b></a><br><br><a href="http://cbmghafil.blogspot.in/2013/12/blog-post_30.html" rel="nofollow"><b>जिसमें कि ख़ुदा रहता है</b></a>Ghafilhttp://cbmghafil.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-29898902207515979392013-12-30T15:13:29.000+05:302013-12-30T15:13:29.000+05:30ओह्ह्ह बड़ी गहन शोध और दिल दहला देने वाले नतीजे हैं...ओह्ह्ह बड़ी गहन शोध और दिल दहला देने वाले नतीजे हैं । अपनी हिंदी में दो कहावतें है "हर चमकने वाली चीज़ सोना नहीं होती " और "दूर के ढोल सुहाने" । बहुत ही सटीक और सार्थक विषय पर लिखा एक सुन्दर आलेख |Imrannoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-7441123786748042282013-12-30T15:30:55.000+05:302013-12-30T15:30:55.000+05:30खोखले समाज में सब कुछ जायज ही होता है..खोखले समाज में सब कुछ जायज ही होता है..amrita tanmayhttp://amritatanmay.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-76659624090690570772013-12-30T17:15:04.000+05:302013-12-30T17:15:04.000+05:30You are right Palviji.I was in U.K. few days befor...You are right Palviji.I was in U.K. few days before& I met a single mother in middle age with three grown up sons.She narrated me her story. How her sons joined these gangs & spoiled their carrier & life? Really it is very sad.<br>VinnieVinniehttp://Unwarat.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-52229042432125125882013-12-30T19:10:36.000+05:302013-12-30T19:10:36.000+05:30विदेश मे वीभत्स परिस्थितियों की जानकारी देता प्रभा...विदेश मे वीभत्स परिस्थितियों की जानकारी देता प्रभावशाली अलेख ! बेशक विदेश जाना, पढना या रहना अभी भी ऊंची नज़र से देखा जता है . लेकिन यह सच है कि बच्चों के मामले मे अभिभावक वहा बहुत परेशन रहते हैं . हालांकि अब यहाँ भी हालात बहुत ज्यादा अच्छे नहीं हैं , फिर भी इतना बुरा हाल नहीं है .t s daralnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-54290059119593841012013-12-30T20:42:46.000+05:302013-12-30T20:42:46.000+05:30रूह काँप गयी कि तमाम विसंगतियों के बाद भी लगभग हर ...रूह काँप गयी कि तमाम विसंगतियों के बाद भी लगभग हर स्थान पर लड़कियों की पीड़ा और उसका कारण एक सा ही है ......nivedita srivastavhttp://nivedita-myspace.blogspot.in/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-80681038540943477772013-12-30T21:04:48.000+05:302013-12-30T21:04:48.000+05:30दूर के ढोल सुहावने इसे ही कहते हैं। ऐसी परिस्थितिय...दूर के ढोल सुहावने इसे ही कहते हैं। ऐसी परिस्थितियों में बच्चों की शिक्षा एवं कैरियर बनाना बहुत ही कठिन होता होगा। आपके लेख से लंदन का गंद बाहर आ गया और दुश्वारियाँ सामने आई। बढिया आलेख।चलत मुसाफ़िरhttp://lalitdotcom.blogspot.innoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-83724797722163817822013-12-30T21:07:33.000+05:302013-12-30T21:07:33.000+05:30ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन सफ़ेद भेड़ - काली भ...ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन <a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2013/12/blog-post_30.html" rel="nofollow"> सफ़ेद भेड़ - काली भेड़ - ब्लॉग बुलेटिन </a> मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !Blog Bulletinnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-20988479375751773332013-12-30T22:15:48.000+05:302013-12-30T22:15:48.000+05:30हर बार ऐसे लेख वाही पुराने ईस्ट वर्सेस वेस्ट टाइप ...हर बार ऐसे लेख वाही पुराने ईस्ट वर्सेस वेस्ट टाइप ही क्यों होते है???<br><br>वैसे यहाँ के टीनऐजर्स का एक वर्ग जो अब बढ़ भी रहा है 'कट्टा' जैसे अवैध हथियारों के बल पर उसी तरह के गैंग बना रहा है... <br>पैसे वाले टीनऐजस महंगे ड्रग्स और गरीब टीनऐजस स्मैक की चपेट में भारत में भी आ रहे है...<br>लडकिया यहाँ 17 की उम्र में प्रेमी संग फरार हो रही है...कहने की जरुरत नहीं है की उनका शारीरिक शोषण ही होता होगा.<br><br>पढाई जरूर बढ़िया है, पर उच्च शिक्षा के मामले में iit कभी mit की और iim कभी Harvard Business School या Insead की बराबरी भी नहीं कर पाए है.<br><br>वैसे जब भारत में पढाई का मतलब भविष्य में पैसा बनाना ही है तो बताइए भारतीय वहा क्यों नहीं जायेगे?Kumar Harshhttp://khadanja.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-86370732595842406802013-12-30T22:26:58.000+05:302013-12-30T22:26:58.000+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!--आपकी इस प्रविष्टि् की च...बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!<br>--<br>आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल मंगलवार (31-12-13) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "वर्ष 2013 की अन्तिम चर्चा" (चर्चा मंच : अंक 1478) </a> पर भी होगी!<br>--<br>सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br>--<br>2013 को विदायी और 2014 की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br>सादर...!<br>डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'Dr. Roop Chandra Shastri Mayankhttp://uchcharan.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-90625211601932550562013-12-30T22:32:49.000+05:302013-12-30T22:32:49.000+05:30भूषण जी एक दम सही कहा आप ने.पता नहीं क्यों प्रवासी...भूषण जी एक दम सही कहा आप ने.<br>पता नहीं क्यों प्रवासी लोगो अपने पुराने ठिकाने की बुराइया भूल के कल्पनाओ में क्यों खो जाते है?Kumar Harshhttp://khadanja.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-3628168060390607122013-12-31T09:12:03.000+05:302013-12-31T09:12:03.000+05:30विदेश का आकर्षण पैसा और उन्मुक्त वातावरण जो युवाओं...विदेश का आकर्षण पैसा और उन्मुक्त वातावरण जो युवाओं को आकर्षित करता है ! आपका लेख उनका मार्ग दर्शन कर सकता है |<br>नया वर्ष २०१४ मंगलमय हो |सुख ,शांति ,स्वास्थ्यकर हो |कल्याणकारी हो | <br>नई पोस्ट <a href="http://www.kpk-vichar.blogspot.in/2013/12/blog-post_31.html#links" rel="nofollow"> नया वर्ष !</a><br>नई पोस्ट <a href="http://vichar-anubhuti.blogspot.in/2013/12/blog-post_30.html#links" rel="nofollow"> मिशन मून</a>कालीपद "प्रसाद "http://blogspot.in.noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-1562883926140065352013-12-31T20:21:36.000+05:302013-12-31T20:21:36.000+05:30बहुत ही संतुलित विश्लेषण.. पता नहीं उन लोगों की आँ...बहुत ही संतुलित विश्लेषण.. पता नहीं उन लोगों की आँखें खुली या नहीं जिनका सोते जागते सपना यही है.. एक व्यक्ति को मरने के बाद जब यमदूत लेने आए तो उन्होंने पूछा कि तुम्हें स्वर्ग जाना है कि नरक, तो उसने जवाब दिया - कहीं भी ले जाओ मगर वाया अमेरिका ले चलो!! <br>इस मानसिकता से बाहर निकलने के लिये यह आलेख स्वागत योग्य है!!सलिल वर्माhttp://chalaabihari.blogspot.innoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-26650044603044366462014-01-01T18:32:02.000+05:302014-01-01T18:32:02.000+05:30विदेश की सच्चाई को बताता विचारणीय लेख । दूर से सब ...विदेश की सच्चाई को बताता विचारणीय लेख । दूर से सब अच्छा लगता है ।संगीता स्वरुपhttp://geet7553.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-81600227009943789732014-01-03T18:43:18.000+05:302014-01-03T18:43:18.000+05:30सोचने को विवश करती बातें ....सोचने को विवश करती बातें ....Dr. Monica Sharrmahttp://meri-parwaz.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-68896481573070178142014-01-03T23:35:14.000+05:302014-01-03T23:35:14.000+05:30बहुत सुंदर----उत्कृष्ट प्रस्तुतिनववर्ष की हार्दिक ...बहुत सुंदर----<br>उत्कृष्ट प्रस्तुति<br>नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाऐं----jyoti kharehttp://jyoti-khare.blogspot.innoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-65721567102186770222014-01-04T18:59:45.000+05:302014-01-04T18:59:45.000+05:30ओह! अति दुखद आपका लेख आँख खोलने वाला है पल्लवी जी....ओह! अति दुखद <br>आपका लेख आँख खोलने वाला है पल्लवी जी.<br><br>नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ.rakesh kumarnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-37897132617206525862014-01-07T07:07:49.000+05:302014-01-07T07:07:49.000+05:30पाश्चात्य जीवन के इस पहलू से रू-ब-रू होकर उम्मीद ह...पाश्चात्य जीवन के इस पहलू से रू-ब-रू होकर उम्मीद है लोग इस अंध-आकर्षण से विरक्त होंगे.निहारnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-88457421961276510342014-02-12T12:17:34.000+05:302014-02-12T12:17:34.000+05:30अगर भारत की पढ़ाई किसी भी लिहाज से कमतर होती तो आज ...अगर भारत की पढ़ाई किसी भी लिहाज से कमतर होती तो आज मैं यहाँ विदेश में नहीं बैठी होती और विदेशी अपने ही देश में अपनी ही नौकरियों के छिनने के कारण असुरक्षित नहीं होते।-Baare truth...Pallavi your words are worth mines of gold...great!Kishoare Diwasenoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-9464730259676951492014-02-12T12:19:14.000+05:302014-02-12T12:19:14.000+05:30अगर भारत की पढ़ाई किसी भी लिहाज से कमतर होती तो आज ...अगर भारत की पढ़ाई किसी भी लिहाज से कमतर होती तो आज मैं यहाँ विदेश में नहीं बैठी होती और विदेशी अपने ही देश में अपनी ही नौकरियों के छिनने के कारण असुरक्षित नहीं होते।-Baare truth…Pallavi your words are worth mines of gold…great!Kishore Diwasenoreply@blogger.com