tag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post8704265729885587498..comments2024-01-26T14:19:58.834+05:30Comments on मेरे अनुभव (Mere Anubhav): एक बार फिर हैवानों की हैवानियत ने किया इंसानियत को शर्मसार ....Pallavi saxenahttp://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comBlogger46125tag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-24469548276984431012011-10-13T22:11:29.000+05:302011-10-13T22:11:29.000+05:30क्या कहूं. काफी देर तक सोचता रहा. जिस अंदाज में आप...क्या कहूं. काफी देर तक सोचता रहा. जिस अंदाज में आपने लिखा है वह सचमुच झकझोर देंने वाला है. हमारे समाज में ऐसी घटनाये आये दिन घट रही हैं . ईश्वर हमें सद्बुध्दी दें.संतोष पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/06184746764857353641noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-55852315378272673242011-10-13T22:12:59.000+05:302011-10-13T22:12:59.000+05:30पल्लवी जी आप से बिलकुल सहमत ह...पल्लवी जी <br><br> आप से बिलकुल सहमत हूँ वास्तव में मै भी यही कहती हूँ की करने दो खूब करने दो लोगो को भ्रूण हत्याए जन्म दे कर उसे मर देने, किसी कूड़ेदान में फेक देने या जीवन भर उसे कोसते रहेने उसके सामने उसकी बेटी होने का दुखड़ा रोने बेटे के आगे उसे आभाव भरा जीवन देने से अच्छा ही है उसे जन्म लेने से पहले ही मार दो हम तब तक किसी की कीमत महत्व को नहीं समझ पाते जब तक वो हमारे जीवन से चला न जाये तो ठीक है हमारे समाज से बेटियों को चले ही जाना चाहिए | मै भी भ्रूण हत्या को समर्थन देती हूँ |anshumalahttp://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-1419801105495679422011-10-13T22:46:51.000+05:302011-10-13T22:46:51.000+05:30शर्मनाक है।शर्मनाक है।प्रवीण पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-8571247019215537352011-10-13T22:57:38.000+05:302011-10-13T22:57:38.000+05:30हृदयविदारक :(हृदयविदारक :(डॉ॰ मोनिका शर्माhttp://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-47932412813570053692011-10-13T23:21:09.000+05:302011-10-13T23:21:09.000+05:30अगर ऐसा है तब सचमुच भ्रूण हत्या ही ठीक है…अगर ऐसा है तब सचमुच भ्रूण हत्या ही ठीक है…चंदन कुमार मिश्रhttp://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-26241545372744395962011-10-14T00:22:55.000+05:302011-10-14T00:22:55.000+05:30ओह ..वीभत्स ..ओह ..वीभत्स ..संगीता स्वरुप ( गीत )http://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-29440527402887985642011-10-14T00:55:18.000+05:302011-10-14T00:55:18.000+05:30ओह...मैं सहमत हूँ आपसे इस अवस्था से तो भ्रूण हत्या...ओह...मैं सहमत हूँ आपसे इस अवस्था से तो भ्रूण हत्या ही बेहतर.<br>इंसान नहीं हैवानियत की भी परकाष्ठा है ये.shikha varshneyhttp://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-22158892018745330982011-10-14T01:25:44.000+05:302011-10-14T01:25:44.000+05:30शर्मनाक है यह। तस्वीर को देखकर ऐसे ही रौंगटे खडे ...शर्मनाक है यह। <br>तस्वीर को देखकर ऐसे ही रौंगटे खडे हो गए और फिर आपका लिखा पढकर मन क्रोध में भर गया। <br>एक मासूम के साथ इस तरह की हरकत करने वाले इंसान कहलाने के हकदार नहीं है। <br>पोस्ट पढने के बाद अब चिंता हो रही है आखिर इस मासूम की स्थिति अब कैसी है... यदि आपको कुछ जानकारी हो तो कृपया शेयर किजिएगा....Atul Shrivastavahttp://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-27775407576289907842011-10-14T01:26:22.000+05:302011-10-14T01:26:22.000+05:30इस पोस्ट को मैं अपने फेसबुक वाल और ग्रुप में शेयर...इस पोस्ट को मैं अपने फेसबुक वाल और ग्रुप में शेयर कर रहा हूं......Atul Shrivastavahttp://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-17331036934365694082011-10-14T05:53:15.000+05:302011-10-14T05:53:15.000+05:30Bhurn hatya bhi bhi paap h. Bahut hi ghatiya log h...Bhurn hatya bhi bhi paap h. Bahut hi ghatiya log hote h jo asa kaam karte h . Ladkiyo ko kudedan me phenkdete h. Ase logo ko sare aam fansi de deni chahiye.Suresh kumarhttp://www.blogger.com/profile/05489753526784353258noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-66348807920928770632011-10-14T09:11:37.000+05:302011-10-14T09:11:37.000+05:30वर्तमान में लोग शिक्षित हो रहे हैं लेकिन ज्ञानवान ...वर्तमान में लोग शिक्षित हो रहे हैं लेकिन ज्ञानवान नहीं। शिक्षा का अर्थ केवल पैसा कमाना भर है। इसलिए केवल लाभ की ही बात करते हैं। उन्हें लगता है कि बेटा होगा तो पैसा घर में रहेगा और बेटी पर तो खर्च करना पड़ेगा। इसलिए जब तक शिक्षा को केवल अर्थोपार्जन से ही जोड़कर देखा जाएगा और नैतिक शिक्षा धर्मनिरपेक्षता की भेंट चढ़ जाएगी तब तक ऐसे ही होता रहेगा।ajit guptahttp://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-68697650355147829802011-10-14T09:32:12.000+05:302011-10-14T09:32:12.000+05:30जिनहोने इस बच्ची के साथ ऐसा किया है वे इंसान तो क्...जिनहोने इस बच्ची के साथ ऐसा किया है वे इंसान तो क्या जानवर भी कहलाने लायक नहीं हैं क्योंकि जानवर भी अपने बच्चों के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं करते। <br>आपके विचारों से पूरी तरह सहमत हूँ। <br><br>सादरयशवन्त माथुर (Yashwant Mathur)http://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-14582672739891674782011-10-14T10:19:44.000+05:302011-10-14T10:19:44.000+05:30दूसरे मनुष्य को ऐसी मृत्यु देने की अपेक्षा खुद को ...दूसरे मनुष्य को ऐसी मृत्यु देने की अपेक्षा खुद को मार लेने में अधिक मानवता है. पल्लवी बिटिया यह तुला कभी संतुलित नहीं होती.Bhushanhttp://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-13488600349086851902011-10-14T10:35:44.000+05:302011-10-14T10:35:44.000+05:30धर्म की जो पुरोहितवादी व्याख्याएँ प्रचलित हैं उन्ह...धर्म की जो पुरोहितवादी व्याख्याएँ प्रचलित हैं उन्हीं का नतीजा हैं ऐसी घटनाएँ। 'कुंती' ने भी तो कर्ण को बहा दिया था और कबीर दास जी भी बहाये गए थे और ऐसा किया था धर्म-निरपेक्ष नहीं तथाकथित धर्मानुयाइयों ने। 'धर्म'वह है जो धारण करता है ,जब तक पोंगा-पंथ को धर्म मानना बंद नहीं होगा ऐसे अपराध भी होते रहेंगे।Vijai Mathurhttp://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-61663813800057700522011-10-14T11:19:23.000+05:302011-10-14T11:19:23.000+05:30कल 15/10/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल प...<i><b> कल 15/10/2011 को आपकी यह पोस्ट <a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.com/" rel="nofollow"> नयी पुरानी हलचल </a> पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .<br>धन्यवाद! </b></i>यशवन्त माथुर (Yashwant Mathur)http://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-51290587790299755902011-10-14T14:41:13.000+05:302011-10-14T14:41:13.000+05:30पल्लवी जी कल ये फोटो फसबूक पर शेयर किया था आज आपकी...पल्लवी जी कल ये फोटो फसबूक पर शेयर किया था आज आपकी पोस्ट पढ़ी सही लिखा है आपने .इतने बेशर्म और तंगदिल कसे हो सकते है लोग.दूसरों को क्या दोष दे इसे जनम तो किसी स्त्री ने ही दिया होगा.अगर यही करतना था तो जन्म ही क्यों दिया.और कुछ ना करती कम से कम अनाथालय में ही छोड़ आती .हाथ नहीं काँपे होंगे उस माँ के? खेर में ये माँ शब्द वापस लेती हू क्यूंकि उसे माँ कहकर हम माओं का अपमान करदेंगे.....kanu.....http://www.blogger.com/profile/16556686104218337506noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-80660999447102806732011-10-14T15:26:07.000+05:302011-10-14T15:26:07.000+05:30बहुत ही अच्छी पोस्ट दी है आपने इस समाज के बारे में...बहुत ही अच्छी पोस्ट दी है आपने इस समाज के बारे में की जो समाज में गलत भावना चल रही है !और इसमें कनु जी ने भी बहुत अच्छी बात कही अपने कमेन्ट में आपका प्रयाश जरुर सफल होगा !<br>कभी हमारे ब्लॉग पर् भी आये <br><a href="http://www.samratbundelkhand.blogspot.com/" rel="nofollow">"SAMRAT BUNDELKHAND"</a>upendra shuklahttp://www.blogger.com/profile/15384897251827279177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-25619423932785949952011-10-14T15:31:08.000+05:302011-10-14T15:31:08.000+05:30हे भगवान !! ऐसा कैसे कर पाते हैं लोग ?लेकिन - - नह...हे भगवान !! ऐसा कैसे कर पाते हैं लोग ?<br><br>लेकिन - - नहीं - मैं भ्रूण हत्या से फिर भी सहमत नहीं हो सकती |हाँ - उसे बहुत दर्द हुआ होगा - हाँ - मानती हूँ कि मेरी सोच से भी अधिक - किन्तु - जीवित तो है ना ? आगे जीवन में बहुत कुछ है - अभी तो शुरुआत है | नहीं - दर्द से बचने के लिए मृत्यु - - वह भी उसकी इच्छा के बिना ? इससे मैं सहमत नहीं | <br><br>तब की - जिस भी व्यक्ति का एक्सीडेंट हुआ हो और दर्द में हो / या अनेक अन्य कारणों से दर्द - जैसे कैंसर आदि - तो उसे उसकी इच्छा के बिना मृत्यु दे दी जाए - दर्द से बचाने के लिए ? <br><br>एक गलत को दूसरा गलत कभी कम नहीं कर सकता !!!!!shilpa mehtahttp://www.blogger.com/profile/15896384669491336019noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-87262925770476002432011-10-14T15:38:54.000+05:302011-10-14T15:38:54.000+05:30कूड़ेदान में नवजात को फेंक देने वाले अभागे उन लोगो...कूड़ेदान में नवजात को फेंक देने वाले अभागे उन लोगों से भिन्न हैं जो लिंग परीक्षण कराकर कन्या का पता लगने पर MTP (भ्रूण हत्या) कराते हैं। वे सक्षम लोग तो कभी पकड़े ही नहीं जाते। यहाँ वर्णित करुण कथा समाज के सबसे निचले स्तर पर रहने वाले लोगों की है। <br><br>आमतौर पर निम्न वर्गीय गरीब परिवार की कुँवारी लड़की या अकेली औरत अवांछित गर्भ को समय रहते नष्ट न कर पाने पर उस अवैध गर्भ को पालती है और प्रसव के बाद इस प्रकार का दुष्कृत्य करने पर मजबूर हो जाती है। किसी माँ की ममता पर जब समाज के कायदे कानून भारी पड़ते हैं तब इस प्रकार की लोमहर्षक घटनाएँ होती हैं।<br><br>इस सामाजिक यथार्थ पर भी चिन्तन किया जाना चाहिए।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttp://www.blogger.com/profile/10888258577104247184noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-58972158026769766462011-10-14T16:30:33.000+05:302011-10-14T16:30:33.000+05:30jidagi ko sharmshaar karti hui aisee bahut kuchh b...jidagi ko sharmshaar karti hui aisee bahut kuchh baaten roj ghatit hoti hai...:(Mukesh Kumar Sinhahttp://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-56366578257233589892011-10-14T16:31:06.000+05:302011-10-14T16:31:06.000+05:30aisa karney waalo ko bhagwaan sadbuddhi de ...aisa karney waalo ko bhagwaan sadbuddhi de ...sunilsinghhttp://www.blogger.com/profile/04093829668134926086noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-68635997379179540142011-10-14T18:00:27.000+05:302011-10-14T18:00:27.000+05:30पल्लवी जी जानती हूँ आपने भावना मे बहकर कहा है मगर ...पल्लवी जी जानती हूँ आपने भावना मे बहकर कहा है मगर न तो भूण हत्या हो और ना ही ऐसा जघन्य अपराध …………।सिर्फ़ इतना किया जाये कि किसी नि:सन्तान दम्पत्ति को वो बच्चा दे दिया जाये तो कम से कम एक आँगन तो बच्चे की किलकारी से महक जाये। मेरे ख्याल से तो ये सबसे उत्तम तरीका है।वन्दनाhttp://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-27062185741608960482011-10-14T18:47:52.000+05:302011-10-14T18:47:52.000+05:30जी हाँ वंदना जी, मैं भी आपके सुझाव का स्वागत करती ...जी हाँ वंदना जी, मैं भी आपके सुझाव का स्वागत करती हूँ और समर्थन भी, मैं खुद भी भूर्ण हत्या के खिलाफ हूँ। इस विषय पर मैं पहले भी एक पोस्ट लिख चुकी हूँ। आप जैसे या हमारे जैसी सोच रखने वाले कुल कितने लोग होंगे हमारे समाज में शायद सिर्फ इतने के उन्हें उँगलियों पर ही गिना जा सके। इसलिए मैंने इस पोस्ट के जरिये बिनती की है कि जो अभिभावक ऐसा सोचते हैं। जैसा इस तस्वीर में दिख रहा है उसे तो लाख गुना अच्छी है भूर्णहत्या।<br>खैर आपने यहाँ आकार एक बहुत ही अच्छा संदेश दिया उसके लिए आपका बहुत-बहुत आभार.... शायद लोगों कि आँखें खुल जाएँ।Pallavihttp://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-45205697178216117742011-10-14T19:15:01.000+05:302011-10-14T19:15:01.000+05:30दुखद है...!दुखद है...!अनुपमा पाठकhttp://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-78952369267156158792011-10-14T19:32:20.000+05:302011-10-14T19:32:20.000+05:30वेहद दुखद !अमानवीय कृत्य !!वेहद दुखद !<br>अमानवीय कृत्य !!कमलेश खान सिंह डिसूजाhttp://www.blogger.com/profile/11370684870906721882noreply@blogger.com