tag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post952527048575448356..comments2024-01-26T14:19:58.834+05:30Comments on मेरे अनुभव (Mere Anubhav): दुनिया का सबसे कठिन काम.....Pallavi saxenahttp://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comBlogger34125tag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-56663126399294860582013-01-28T15:14:56.000+05:302013-01-28T15:14:56.000+05:30केख बहुत अच्छा लिखा है |मुझे भी लगता है आज के समय ...केख बहुत अच्छा लिखा है |मुझे भी लगता है आज के समय में बच्चों को पालना सबसे कठिन कार्य है |वे अपनी उम्र से बहुत पहले बड़े हो जाते हैं |<br>आशाAsha Saxenahttp://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-51854448815775050082013-01-28T15:49:00.000+05:302013-01-28T15:49:00.000+05:30परवरिश बहुत मुश्किल है..सही कहा. *सोनी पर एक सीरिय...परवरिश बहुत मुश्किल है..सही कहा. <br>*सोनी पर एक सीरियल आता है"परवरिश" वो देखा करो :).shikha varshneyhttp://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-37173547542030829852013-01-28T16:06:26.000+05:302013-01-28T16:06:26.000+05:30तन्त्र ने तो सेक्स को बेचना है, उसे बच्चों की प...तन्त्र ने तो सेक्स को बेचना है, उसे बच्चों की परवाह कहां है। सचमुच आज बच्चों का समुचित लालन-पालन बहुत बड़ी चुनौती बन चुकी है।Vikesh Badolahttp://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-58139861327646883562013-01-28T16:11:59.000+05:302013-01-28T16:11:59.000+05:30अति सुन्दर ,भावपूर्ण रचना ...अति सुन्दर ,भावपूर्ण रचना ...अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)http://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-78460359291742961522013-01-28T16:16:42.000+05:302013-01-28T16:16:42.000+05:30नग्नता का माहौल और परवरिश - किस क़िससे बचाइये .......नग्नता का माहौल और परवरिश - किस क़िससे बचाइये ....... ओह .... बहुत मुश्किल काम है परवरिशरश्मि प्रभा...http://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-33535525575747266132013-01-28T17:02:45.000+05:302013-01-28T17:02:45.000+05:30अच्छी परिवरिस देना बड़ी जिम्मेदारी पूर्ण कठिन कार्य...अच्छी परिवरिस देना बड़ी जिम्मेदारी पूर्ण कठिन कार्य है,,,भावपूर्ण लेख,,,<br><br>recent post<a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2013/01/blog-post_27.html#links" rel="nofollow">: कैसा,यह गणतंत्र हमारा,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरियाhttp://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-65641941834329747732013-01-28T17:09:31.000+05:302013-01-28T17:09:31.000+05:30सुन्दर व् सार्थक प्रस्तुति.सुन्दर व् सार्थक प्रस्तुति.<br><br>Madan Mohan Saxenahttp://www.blogger.com/profile/02335093546654008236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-35875435894736329282013-01-28T17:18:07.000+05:302013-01-28T17:18:07.000+05:30वाकई परवरिश बहुत मुश्किल है क्योंकि जो सोचा भी न...वाकई परवरिश बहुत मुश्किल है क्योंकि जो सोचा भी नहीं था वह आज टीवी और स्क्रीन पर दिखाया जा रहा है और फिर तब इतने गजेट्स कहाँ थे जो हम कुछ देख या सुन पते और न ही हमारी मान के पास इतना समय होता था कि वे हमें इसा बारे में समझती फिर भी आज इसा मुश्किल काम को संभल कर नहीं किया गया तो फिर अंजाम किस रूप में सामने आएगा कुछ घटनाएँ इस बात की साक्षी हैंरेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-83061715477570199172013-01-28T17:24:11.000+05:302013-01-28T17:24:11.000+05:30आच्छा आलेख है!आच्छा आलेख है!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण)http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-24622265619187166652013-01-28T17:44:46.000+05:302013-01-28T17:44:46.000+05:30सुन्दर प्रस्तुति |शुभकामनायें आदरेया ||सुन्दर प्रस्तुति |<br>शुभकामनायें आदरेया ||रविकरhttp://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-38618053262861116392013-01-28T17:52:23.000+05:302013-01-28T17:52:23.000+05:30दसवीं की परीक्षा चल रही थी-मेरे सुपुत्र शिवा और सु...दसवीं की परीक्षा चल रही थी-<br>मेरे सुपुत्र शिवा और सुपुत्री मनु दोनों एक ही क्लास में थे-<br>बेटे की शिकायत थी-<br>मनु तो बार बार उठकर बाथरूम जाती है-<br>पढने में मन नहीं लगा रही है-<br>पर उसकी माँ जानती थी कि-<br>शिकायत का कोई कारण नहीं होना चाहिए-<br>रविकरhttp://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-30869794263831786582013-01-28T18:37:53.000+05:302013-01-28T18:37:53.000+05:30pallaviji har maa ke men ki bat likh di hai aapne,...pallaviji har maa ke men ki bat likh di hai aapne, bahut hi achcha lekh...<br>bhawna vardanhttp://www.blogger.com/profile/09610388468190261713noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-87628253932118598562013-01-28T19:45:41.000+05:302013-01-28T19:45:41.000+05:30बहुत सुन्दर व् सार्थक प्रस्तुति.बहुत सुन्दर व् सार्थक प्रस्तुति.Maheshwari kanerihttp://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-51569316599917810972013-01-28T19:54:31.000+05:302013-01-28T19:54:31.000+05:30पल्लवी जी,आज के परिप्रेक्ष्य में यह विषय बडे महत्...पल्लवी जी,<br><br>आज के परिप्रेक्ष्य में यह विषय बडे महत्व का है । अब, जबकि परिवार बहुत ही छोटी इकाई में बट गये है और माता पिता भी अपने अपने काम में मशरूफ हो गए है, बेटों को संस्कार देने का दायित्व अत्यंत चुनौतीपूर्ण हो गया है । संस्कारों का विध्वंस हमारे सिनेमा और अन्य मीडिया ने किया है जो शायद मानता है कि उच्छ्रंखलता देश की ज़रुरत है । प्रसिद्ध सिनेकर्मी महेश भट्ट का नाम यूं तो बुद्धिजीवियों में शुमार है लेकिन कृतित्व से गैरजिम्मेदारानापन स्पष्ट झलकता है । ऐसे और भी अनेक नाम हैं जो अपने कृतित्व से आत्ममुग्ध है ; परन्तु संस्कारों को विनष्ट करने में लगे हैं ।<br><br>सरकार भी संस्कारों के प्रति चैतन्य नहीं है । सेंसर बोर्ड और राष्ट्रीय महिला आयोग भी नारी स्वातंत्र्य के नाम पर उच्छ्रंखलता के पक्षधर हैं .। गीत, विज्ञापन , फिल्मे आदि सभी प्रभावी तंत्र किशोर मन को प्रभावित कर रहे हैं और हम,, निरुपाय से, अपनी नवोदित पीढी को पथभ्रमित होते हुए देखने के लिए विवश हैं । <br><br>बच्चे अपने स्वाभाविक रुझान के कारण उच्छ्रंखल न हो जाए , ये अलग बात है । बस अब यही एक आस है ।RDShttp://www.blogger.com/profile/14134695386879343906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-76093105999466706812013-01-28T20:44:27.000+05:302013-01-28T20:44:27.000+05:30बच्चों को सीधी सी राह पर चलते रहने देना बड़ा कठिन ...बच्चों को सीधी सी राह पर चलते रहने देना बड़ा कठिन कार्य है..प्रवीण पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-81308224008065245182013-01-28T20:55:36.000+05:302013-01-28T20:55:36.000+05:30बहुत सही बात कही है आपने . विवाहित स्त्री होना :द...बहुत सही बात कही है आपने . <a href="http://shalinikaushik2.blogspot.com/" rel="nofollow">विवाहित स्त्री होना :दासी होने का परिचायक नहीं </a> आप भी जाने <a href="http://shalinikaushikadvocate.blogspot.com/" rel="nofollow">इच्छा मृत्यु व् आत्महत्या :नियति व् मजबूरी </a>शालिनी कौशिकhttp://www.blogger.com/profile/10658173994055597441noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-79208460983493951512013-01-28T23:01:08.000+05:302013-01-28T23:01:08.000+05:30यकीनन कठिन है..... बहुत कठिनयकीनन कठिन है..... बहुत कठिनडॉ. मोनिका शर्माhttp://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-74155340046893050662013-01-29T09:52:37.000+05:302013-01-29T09:52:37.000+05:30पल्लवी जी बहुत प्रभावशाली लेख लिखा है आपने , कुछ ...पल्लवी जी बहुत प्रभावशाली लेख लिखा है आपने , कुछ लोग का कहना हैं कि तब हम डर के मारे अपने माता पिता से अपने मन की बात नहीं कर पाते थे, जितना कि आज कल के बच्चे कर लेते हैं जो कि एक बहुत ही अच्छी बात है। ..........<br>मेरा भी एक बच्चा है .............अभी एक साल ४ महीने का , .................बहुत पापड़ बेलने पड़ते है ..............<br>अभी आगे आगे देखता हु होता है क्या ....................<br>आपके इस बेहतरीन लेख सकुच मादा मिले शायद ....................शुक्रियाamrendra "amar"http://www.blogger.com/profile/00750610107988470826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-58174753849711956332013-01-29T10:38:50.000+05:302013-01-29T10:38:50.000+05:30badhiyaa aalekhbadhiyaa aalekhSonal Rastogihttp://www.blogger.com/profile/03825288197884855464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-63084628343418259452013-01-29T10:58:43.000+05:302013-01-29T10:58:43.000+05:30बढिया आलेखबढिया आलेखvandana guptahttp://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-63019453049128183552013-01-29T14:51:42.000+05:302013-01-29T14:51:42.000+05:30prabhavshali...ek sarthak aalekh..prabhavshali...<br>ek sarthak aalekh..<br>Mukesh Kumar Sinhahttp://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-5587666276034134672013-01-29T15:27:59.000+05:302013-01-29T15:27:59.000+05:30हर मां-बाप की ख्वाइश रहती है कि बच्चा जल्दी से ...हर मां-बाप की ख्वाइश रहती है कि बच्चा जल्दी से बड़ा हो जाए, वर्तमान दौर इसी को पूरा कर रहा है। अब पांच साल का जवान होगा बच्चा नहीं। याने जवानी बहुत लम्बी चलेगी।smt. Ajit Guptahttp://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-38344788488070480102013-01-29T16:05:49.000+05:302013-01-29T16:05:49.000+05:30ऐसे सवालों के जवाब देना वाकई कठिन है .... लेकिन ह...ऐसे सवालों के जवाब देना वाकई कठिन है .... लेकिन हर माँ किसी न किसी तरह समझा ही देती है बच्चों को । बढ़िया लेख ।संगीता स्वरुप ( गीत )http://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-82185891072441277772013-01-29T16:18:14.000+05:302013-01-29T16:18:14.000+05:30बेहतरीन लेख, बहुत प्रभावशालीबेहतरीन लेख, बहुत प्रभावशालीकुश्वंशhttp://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7390077179800546777.post-40161341685085151952013-01-29T17:50:37.000+05:302013-01-29T17:50:37.000+05:30bahut achcha likhe.....bahut achcha likhe.....mridula pradhanhttp://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.com