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Snake model at Clansman Harbour |
तो आज के इस भाग में होगी हमारी वापसी अर्थात इनवरनेस(Inverness) से वापस एडिनबर्ग(Edinburgh) तक का सफर लेकिन एक अलग रास्ते और अलग मंज़िलों और नज़रों के साथ। अगले दिन इनवरनेस के होटल से सुबह का नाश्ता कर हम निकले लोकनेस(Loch Ness) नामक झील की ओर, जहां से जेकोबाइट(Jacobite) नामक क्रूज चलता है जो कि आपको Clansman harbour से Urquhart Castle ले जाता है। लोकनेस झील के विषय में यह कहा जाता है कि बहुत साल पहले वहाँ उस झील में एक दैत्याकार आकार का सांप पाया जाता था जिसके स्मृति चिन्ह आपको स्कॉटलैंड कि लगभग सभी दुकानों में आसनी से देखने को मिल जाएँगे और जहां से वो क्रूज चलता वहाँ भी एक पानी में चलती हुई बोट कि तरह उस साँप के आकार का एक मॉडल रखा है जो बच्चों को बहुत आकर्षित करता है और बड़ों को भी उस आभासी या यूं कहा जाये कि बच्चों सी काल्पनिक दुनिया में ले जाता है और यह सोचने पर मजबूर करता है कि कैसा रहा होगा वो समय जब वह साँप यहाँ इस झील में देखा जाता होगा। यह कहानी जानने के बाद मेरे बेटे को भी उस झील को देखने की बहुत उत्सुकता थी हांलांकी उसको कई बार समझाया कि बेटा यह तो बहुत पुरानी बात है अब वहाँ ऐसा कुछ भी नहीं है लेकिन फिर भी उसका बाल मन केवल वो पानी देखने को भी उतना ही उत्साहित था, जितना कि यह कहानी सुनने के बाद था जैसे उसे आज भी वह साँप देखने को मिल ही जाएगा।
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Urquhart Castle from Loch Ness Lake |
खैर बाल मन तो बाल मन ही होता है, उसके आगे तो स्वयं भगवान भी नतमस्तक हो जाते हैं तो हम तो फिर भी इंसान ही हैं, फिर हम क्रूज में भी प्राकृतिक नज़रों का आनंद लेते हुए पहुंचे Urquhart castle जो देखने में कोई खास तो नहीं लगा क्यूंकि ऐसे छोटे मोटे किले अपने इंडिया में न जाने कितने होंगे, किन्तु फिर भी प्राकृतिक नज़ारों से घिरे होने के कारण यह यहाँ का यह छोटा सा खंडहर भी पर्यटकों के मुख्य आकर्षणों का एक हिस्सा बन जाता है।
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गोदी हुई दीवार यहाँ भी |
वहाँ मैंने पाया कि लोग खामोखाँ ही इंडिया को बदनाम करते हैं कि अपने यहाँ लोग ऐतिहासिक स्थल पर दीवारों को खरोच करोच कर उन पर नाम लिख कर उन्हें बर्बाद किया करते हैं ,तो जनाब ऐसा नहीं है कि यह सब इंडिया में ही होता है यह सब यहाँ विदेशों में भी होता है और इसका सबूत है यह तस्वीर।
खैर यह सब देखकर हम वापस लौटे Clansman harbour और फिर वहाँ से रवाना हुए Glenfiddich Distillery जो कि Dufftown में स्थित है, जिसका अर्थ है The velly of the Dear इसके नाम में fiddich एक नदी का नाम है यहाँ मैं आपकी जानकारी के लिए एक महत्वपूर्ण बात और बताना चाहूंगी कि विसकी का सबसे अहम तत्व है पानी और ज़्वार(Barley) होता है। जहां तक मेरी जानकारी है आप सभी लोगों को नाम से ही पता चल गया होगा कि डिस्टिलरी किसे कहते हैं। फिर भी हो सकता है कि आप में से कुछ लोगों को ना भी पता हो इसलिए आपकी जानकारी के लिए मैं यहाँ एक छोटा सा परिचय देना चाहूंगी डिस्टिलरी यानी विसकी बनाने का कारख़ाना और स्कौच मतलब स्कॉटलैंड में बनाई जाने वाली, जैसे शेम्पेन(champagne) वो वाइन होती हैं जो फ़्रांस के Champagne नामक इलाके में बनाई जाती है। हम बात कर रहे थे Glenfiddich Distillery की, इस कारखाने की स्थापना सन 1887 में विलियम ग्रांट नामक व्यक्ति के द्वारा की गई थी। उनहोंने अपने सात पुत्रों के साथ अपने ही हाथों से इस कारखाने को बनाया। उनके व्यवसाय को बढ़ाने के लिए उनके दामाद का महत्वपूर्ण योगदान रहा, उनके दामाद ने एक साल देश विदेश घूम घूमकर यह पता लगया कि कहाँ और किस शहर में यह व्यसाय मुनाफे के तौर पर फैलाया जा सकता है। आज भी उनकी पीढ़ी अपने इस व्यवसाय को आगे बढ़ा रही है।
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Distillation process of Whiskey |
वहाँ पहुँचकर यह सारी जानकारी पहले एक फिल्म की तरह हमें अर्थात वहाँ आए सभी पर्यटकों को पर्दे पर दिखायी गयी, साथ ही एक उस कारखाने की एक छोटी सी किन्तु अपने आप में बहुत बड़ी और जानकारी पूर्ण यात्रा करवाई गई जिसमें हमने देखा कि विसकी कैसे बनती है या बनाई जाती है। उस यात्रा के दौरान हमने जाना कि जिस तरह चाय के कारखानों में वहाँ के विशेषज्ञ चाय चख कर उसकी विशेषता का पता लगाते हैं ठीक वैसे ही विसकी के विशेषज्ञ मात्र विसकी सूंघ कर उसकी विशेषता का पता लगाते है क्यूंकि भई सीधी सी बात बात है यदि वो पीकर पता लगाने लगे तो चल चुका उनका कारोबार :) उस यात्रा के दौरान हमने बहुत कुछ जाना जैसे विसकी हमेशा ओक(Oak) लकड़ी के ड्रम्स में और अंधेरे कमरों में रखी जाती है ताकि कम से कम उड़े क्यूंकि विसकी की विशेषता ही यही है कि वह जितनी पुरानी होगी उतनी ही महंगी भी होगी। हम सभी लोगों को भी विसकी के तीन ड्रम्स सूंघ कर पता लगाने को कहा गया था कि सूंघ कर बताइये कि इनमें से कोन सी कितनी पुरानी है मगर उस दौरान कोई भी सही उत्तर न दे सका। इसी दौरान हमने यह भी जाना कि 50 साल पुरानी विसकी की कीमत £15,000(12 लाख रुपये) है फिर सफर के अंत में सभी को वह तीन विसकी का स्वाद भी चखाया गया फिर क्या औरतें और क्या पुरुष। बच्चों में तो केवल एक मात्र मेरा बेटा ही था तो उसके लिए ख़ास तौर पर संतरे के रस का इंतजाम किया गया था :)
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Trail session |
बहुत से पीने के शौकीन लोगों को यह सब पढ़कर यह लग रहा होगा ना, कि काश हम वहाँ होते मगर यकीन मानिये यदि जानकारी को एक तरफ कर दिया जाये ना तो वहाँ इतनी बुरी बदबू आती है कि पूरा कारख़ाना घूम पाना बर्दाश्त के बाहर होने लगता है हांलांकी कुछ लोगों को वह खुशबू लगेगी और pure whisky को चखना यानि केवल ज़ुबान से छूना भर ऐसा लगता है कि शायद जहर भी इतना कड़वा नहीं लगता होगा जितना कि यह pure विसकी लगती है :) अब हम लोग वहाँ से निकल कर चले अपनी मंज़िल की ओर यानी वापस एडिनबर्ग की और मगर उस दौरान रास्ता इतना लंबा हो गया कि चलते-चलते ऐसा महसूस होने लगा था कि कहीं हम भटक तो नहीं गए हैं मगर भटके बिना ही रास्ता था कि ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रहा था। वापस लौटते-लौटते रात हो चुकी थी इसलिए तय हुआ खाना खाने के बाद ही होटल जाया जाएगा, भूख भी सभी को बहुत लग रही थी इसलिए एक अच्छा सा हिन्दुस्तानी खाना जहाँ मिल सके ऐसा एक भोजनालय ढूंढ कर हमने जम कर खाना खाया। बिलकुल ऐसे जैसे बरसों बाद खाना मिला हो और फिर होटल पहुँच कर जो सोये हैं कि बस पूछिये ही मत, लेकिन सफर अभी ख़त्म नहीं हुआ अभी तो पूरा एडिनबर्ग घूमना बाकी है।
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आईने की भूल भुलैया |
अगली सुबह तैरने का भी प्रोग्राम था सो सुबह उठकर हम सभी लोग होटल के swimming pool में तैरने के लिए पहुँच गए, 2 घंटे तैरने के बाद तैयार होकर नाश्ता किया और निकल पड़े बचा हुआ एडिनबर्ग घूमने जहां हमने केमरे की अद्भुत दुनिया का भरपूर मज़ा लिया उस स्थान का नाम था Camera Obscura जिसकी विशेषता है उस इमारत की छत पर लगा एक लेंस जिसके माध्यम से एक अंधेरे कमरे में बैठ कर भी पूरे शहर का मुआयना किया जा सकता है, कि शहर के किस कोने में क्या हो रहा है ज़रा सोचिए इतने साल पहले ही किले की सुरक्षा हेतु कैमरे का ऐसा प्रयोग अपने आपमें कितना महत्व रखता है। आज भी वहाँ सबसे ऊपरी मंज़िल पर एक शॉ किया जाता है जिसमें एक अंधेरे कमरे में बिठाकर एक पाइप की सहायता से उस लेंस को चारों और घुमा कर पूरा शहर एक सफेद रंग की टेबल पर दिखा दिया जाता है कि शहर के किस कोने में क्या गतिविधियां चल रही है। इसके अलावा बच्चों के मनोरंजन हेतु भी वहाँ कई सारे अलग अलग प्रकार के आईने और कई सारी अद्भुत चीज़ें लगाई गई हैं जिसे देखकर विज्ञान के चमत्कारों का आभास होता है। वहाँ पहुँच कर आप भी एक अलग ही दुनिया को महसूस कर सकते हैं बिलकुल एक अलग तरह की चमत्कारिक एवं आलौकिक दुनिया, वहाँ से निकल कर हम सीधा पहुंचे स्टेशन घर वापसी के लिए।
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रॉयल माइल (Royal Mile) |
यह था मेरा पूरा स्कॉटलैंड का यात्रा वृतांत आपको कैसा लगा अनुभव के साथ जानकारी भी भरपूर मिली या नहीं ज़रूर बताइयेगा :) जय हिन्द
बहुत सुन्दर वाह!
ReplyDeleteआपकी यह ख़ूबसूरत प्रविष्टि कल दिनांक 23-04-2012 को सोमवारीय चर्चामंच-858 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ
वाह! पल्लवी जी वाह!
ReplyDeleteआपने तो बहुत ही सुन्दर और रोचक
जानकारी धाराप्रवाह रूप में दे दी है.
लगता है जैसे स्वयं ही यात्रा कर रहे हों.
शानदार प्रस्तुति के लिए आभार.
आपके साथ-साथ स्कॉटलैंड घूम कर बहुत मज़ा आया! बेहतरीन जगह है!
ReplyDeleteअपनी यात्रा को उपयोगी ज्ञानपरक आलेख का सुंदर रुप दिया है.
ReplyDeleteअत्यन्त रोचक विवरण..
ReplyDeleteबहुत ही जानकारीपूर्ण अनुभव बांटने के लिए आभार ...
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteअरे लोग हर जगह एक से ही होते हैं, लेकिन बेवजह सिर्फ भारतीय ही बदनाम हैं हर तरफ..
ReplyDeleteऔर जहाँ तक बात रही ये यात्रा-वृतांत की, तो मुझे तो बहुत पसंद आई...
बहुत ही अच्छे से हर कुछ का वर्णन किया है आपने...आप यात्रा वृतांत हमेशा अच्छा लिखती हैं...
पहले आप अक्सर लिखा करती थी अपने यात्राओं के अनुभव..शायद सूरत,इटली वैगरह के भी किस्से आपने ब्लॉग पर पहले कभी लगाये थे...युहीं वो याद हो आये...
बहुत अच्छा लगा आपका ये अनुभव :)
काफी जानकारी समेटे अच्छी पोस्ट
ReplyDeleteव्हिस्की सूंघना बड़ा दिलचस्प लगा . हम तो सोचते थे चख कर टेस्ट किया जाता है . एक बार हमें भी निमंत्रण आया था इसके लिए .
ReplyDeleteआखिरी फोटो देख कर यही विचार आ रहा है की इन ऊंचे ऊंचे भवनों में रहने वाले तो दिख नहीं रहे . कम आबादी का भी अपना ही मज़ा है .
बढ़िया यात्रा वृतांत .
अच्छी ,सुंदर और रोचक यात्रा .....
ReplyDeleteरोचक यात्रायें हमेशा सुहानी यादेँ दे जाती है ..
जो जीवन भर साथ रहती हैं|
सुख बाँटने के लिए ...
आभार!
शुभकामनाएँ!
बेहतरीन ट्रेवेलौग.. बहुत सी नयी बातें पता चलीं.. सब कुछ नया नया था.. ऐसा लगा जैसे साथ साथ हम भी घूम आये.. सजीव तस्वीरें!!
ReplyDeleteबढ़िया वृतांत ..
ReplyDeleteबहुत ही रोचक विवरण..तस्वीरें भी सुन्दर हैं.
ReplyDeleteरोचक यात्रा विवरण . तस्वीरे जीवंत लगी .
ReplyDeleteसाक्षी बने हम भी इस यात्रा वृत्तांत के .सुन्दर सार्थक जानकारी पूर्ण प्रस्तुति खासकर शहर को एक अँधेरे कमरे से टोह लेना .
ReplyDeleteसुंदर चित्रों के साथ रोचक यात्रा वृत्तांत।
ReplyDeleteऐसा लगा जैसे हम भी स्काटलैंड हो आए।
सुन्दर प्रस्तुति और फिर चित्रों के तो क्या कहने
ReplyDeleteआपका लेखन पढकर ऐसा लगा जैसे हम भी घूम आये.
ReplyDeleteवाह!!!!बहुत सुंदर चित्र, प्रभावी रोचक प्रस्तुति,..पल्लवी जी
MY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: गजल.....
आपके अनुभव से हम रू-ब-रू हुए और कई जाने-अनजाने तथ्यों से सामना हुआ।
ReplyDeletesunder jaankari mili
ReplyDeleteऐसा जीवंत यात्रा वृतांत पढकर लग रहा है हम खुद ही स्कॉटलैंड में घूम रहे हों. आप भरपूर जानकारी की बात कर रहीं हैं मैं तो कहूँगी डबल भरपूर.
ReplyDeleteपल्लवी जी देर से आने के लिये माफ़ी चाहूंगा--वैसे आज तो मुझे आनन्द आ गया--- आज ही मैं आदरणीय गोविन्द मिश्र जी के साथ कनाडा घूम कर आया ----और आपके साथ ही स्काटलैण्ड भी घूमना नसीब हो गया---कितना खुशकिस्मत मैं कि एक ही दिन में दो-दो यात्रा वृत्त पढ़ने का मौका हाथ मिला। सच में स्काटलैण्ड का बहुत ही सजीव वर्णन किया है आपने।रोचक वृत्तान्त।
ReplyDeleteहेमन्त कुमार
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज के चर्चा मंच पर की गई है।
ReplyDeleteचर्चा में शामिल होकर इसमें शामिल पोस्ट पर नजर डालें और इस मंच को समृद्ध बनाएं....
आपकी एक टिप्पणी मंच में शामिल पोस्ट्स को आकर्षण प्रदान करेगी......
रोचक यात्रा वृतान्त .... सुंदर विवरण और चित्र
ReplyDeleteवाह ... आपके साथ हमने भी जैसे यते सफर पूरा कर लिया ... कैमरे और आपकी नज़र ... दोनों ही बहुत पैनी हैं ...
ReplyDeleteये सफर बहुत अच्छा रहा ..
आपका बहुत-बहुत आभार ... आपके साथ-साथ हमारी भी यात्रा हो गई ... ।
ReplyDeleteयात्रा का सुंदर विवरण और अनुभव
ReplyDeleteसुंदर वर्णन। दीवारों को गंदा करने वाले लोग हर जगह हैं!
ReplyDelete12 लाख की व्हिस्की की बोतल,पहुंच से बाहर है अपनी। अच्छी जानकारी दी आपने…… आभार
ReplyDeleteहालाँकि पीता नहीं हूँ लेकिन व्हिस्की वर्णन से कड़वी चीज़ के लिए भी मुंह में पानी आने लगा :)) और आपने तीसरा भाग लिखने तक यह नहीं बताया है कि स्कॉटलैंड में स्कॉटलैंडयार्ड कहाँ स्थित है :)) यात्रा को आपने मज़ेदार शब्दों में पिरोया है. आपकी ये पोस्ट्स संग्रहणीय हैं.
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