Tuesday 11 October 2011

विनम्र श्रद्धांजलि



क्या कहुँ, कहाँ से शुरुवात करुँ कुछ समझ नहीं आ रहा है ,कि कैसे ब्यान करूँ इस झटके को जो न सिर्फ मेरे लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए किसी सितम से कम नहीं, मुझे तो अब भी यक़ीन नहीं हो रहा है। जब से खबर मिली थी, कि ब्रेन हेमरेज जैसी बीमारी के चलते उनकी हालत गंभीर है। तो कहीं मन में एक आस थी कि चाहे कुछ भी हो ठीक हो जायेगे वो, मगर मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था, कि यूँ अपने सबसे पसंदीदा गज़ल  गायक के नाम एक पोस्ट लिखूँगी वो भी उस महान हस्ती को श्रद्धांजलि अर्पण करने हेतु 10 अक्तूबर 2011 वो दुःखद दिन था। जिस दिन एक महान और बेहद उत्तम गजल गायक जिनको किसी तरह के परिचय की जरूरत ही नहीं, हमारे बीच नहीं रहे  “चिट्ठी न कोई संदेश जाने वो कौन सा देश जहां तुम चले गये” उस गुणी शख़्स का नाम था "जगजीत सिंह जी" हाँ दोस्तों मैं उस ही महान गायक जगजीत सिंह की बात कर रही हूँ। जिन्होंने हर दिल पर राज किया और हमेशा करते रहेंगे। आज उनकी याद में उनको एक गीत भेंट करने का दिल कर रहा है मेरा, किनारा फ़िल्म का वो गीत जिसे लिखा “गुलज़ार साहब” ने था और गाया “लता मंगेश्कर” जी और “भूपेन्द्र जी” ने था। 

नाम गुम जाएगा 
चेहरा ये, बदल जायेगा 
मेरी आवाज़ ही, पहचान है 
गर याद रहे 
वक्त के सितम, कम होते नहीं 
आज है यहाँ 
कल कहीं नहीं, 
वक्त से परे अगर मिल गये कहीं 
मेरी आवाज ही पहचान है 
गर याद रहे
http://www.youtube.com/watch?v=SacjWdFLdJM&feature=related
कृपया इस लिंक को क्लिक कर के यह गीत ज़रूर सुनें मुझे खुशी होगी
धन्यवाद 

हांलांकी  यह संगीत की दुनिया का वह नाम है, जो कभी गुम ही नहीं सकता। मगर फिर भी इस वक़्त जो भी मैंने महसूस किया लिखा दिया। काश मुझे भी एक मौका मिला होता उनके सामने बैठ कर सुनने का, मगर अफसोस कि मेरे नसीब में वो एक भी खुशगवार शाम ना थी, और न अब कभी होगी। जिसके बारे में हिंदुस्तान का बच्चा–बच्चा जानता है, पहचानता है, उसके बारे में और क्या कहूँ?

"जगजीत सिंह" गजल गायकी और संगीत की दुनिया का वो नाम है। जिसने गजल गायकी को एक नई दिशा प्रदान की थी और जैसा सभी जानते हैं कि उन्होने गज़लों को खास महफ़िलों में से निकाल कर एक आम आदमी के मध्य रखा और जैसा कि "शिखा जी" ने आपने ब्लॉग में बहुत  सार्थक शब्दों में  कहा है की दुनिया का कोई भी संगीत प्रेमी उनके इस ऋण से उऋण नहीं हो पाएगा यह शब्द भले ही शिखा जी के हैं मगर मैं उनकी इस बात से पूरी तरह सहमत हूँ।  क्यूंकि हर दिल जो उन्हे पसंद करता आया है वह यह बात अच्छी तरह से जानता भी है और मानता भी है। मेरा ऐसा मानना है कि अपने-अपने कॉलेज के दिन में शायद ही कोई ऐसा मिले जिसने "जगजीत सिंह जी" कि गज़लों और गीतों को, न गुनगुनाया हो या न सुना हो, कॉलेज के दिनों की बात, मैंने इसलिए कही क्यूँकि वही वक्त ऐसा होता है जब ऐसी बातें समझ में आना शुरू होती है।

उसके पहले तो गजल शेर और शायरी जैसी बातें समझ पाने की किसी में समझ ही कहाँ होती है। यह तो आप और हम सभी जानते है कि जगजीत सिंह जी ने गजल गायकी को जो मक़ाम दिया वो शायद ही उनके पहले किसी ने दिया हो। ज़ाति तौर पर दुःखी रहने वाला वह महान इंसान और गायक, जो अंदर से दुखी होते हुये भी अपने आवाज के दम पर औरों को खुश कर दिया करता था। जो यूँ ही किसी भी आम इंसान के बस की बात नहीं, बहुत हिम्मत चाहिए। मगर दुनिया और वक्त किसी के लिए कब रुका है। वक्त का पहिया हमेशा चलता रहा है और चलता रहेगा।

show must go on  

ऐसे महान इंसान और एक बेहतरीन गायक को मेरे जैसे हजारों गजल और संगीत प्रेमियों की और से अश्रुपूर्ण  विनम्र श्रद्धांजलि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। 

37 comments:

  1. Tum chale jaoge to sochenge
    Tum chale jaoge to sochenge
    hamne kya khoya hamne kaya paya:(

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  2. वह तो हैं परदेस में, वहां पे निकलेगा चाँद...
    RIP JAGJIT SINGH JI...

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  3. जगजीत सिंह जी ने ग़ज़लों को हम आम लोगों तक पहुँचाया, यह उनका सबसे बड़ा योगदान था. काफी व्यथित है मन, उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि.

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  4. बहुत दुःख हुआ उनके बारे में सुनकर ,जगजीत सिंहजी को भावभीनी श्रधांजलि ..

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  5. sham se ankho me nami si hai
    aj fir apki kami si hai..

    shradha suman arptiy hi ...jaggu da ko.

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  6. उनकी आवाज़ गूंजेगी सदा .....

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  7. बस आवाज़ ही पहचान है.... और रहेगी. विनम्र श्रद्धांजली

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  8. जगजीत सिंह जी के लिये हमारी विनम्र श्रद्धांजलि ।

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  9. jagjeet ji ke lie vinamra shradhanjali

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  10. महान गायक को हार्दिक श्रद्धांजलि।

    सादर

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  11. विनम्र श्रद्धांजलि |

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  12. जगजीत का जाना…एक संगीत का जाना…

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  13. कहता है आज मुझसे आसमान,
    मेरा अनमोल सितारा खो गया कहां...
    -भावभीनी स्वरांजलि !

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  14. फेसबुक में किसी मित्र के अपडेट से जगजीत सिंह जी के निधन का समाचार मिला तो अचंभित रह गया | TV में समाचार देखकर यकीन हुआ पर एक झटका सा लगा |कोई निजी रिश्ता न होते हुए भी आँख में आँसू आ गये |
    मेरे लिए गजल का मतलब जगजीत सिंह हैं | आज उनके निधन से एक सितारा विलुप्त होने जैसा लग रहा है | पर उनकी गजलों के रुप में वो हमेशा हमारे बीच रहेंगे |
    परमात्मा उनकी आत्मा को शांति दे |

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  15. प्रिय पल्लवी जी मेरे ब्लॉग पे आकर मेरा हौसला बढ़ने के लिए आपको सत सत नमन | आपकी लेखनी में एक जादू है जो किसी अपरिचित को अपनी ओर खिंच ही लती है | धन्यवाद |

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  16. जगजीत सिंह जी को श्रद्धांजली। ।

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  17. मेरे एक पुराने सहपाठी प्रमोद माऊथो ने जगजीत जी के कई किस्से सुनाए थे जब वे कपूरथला में रहे. मैंने उनके जाने की आवाज़ बहुत उदासी से सुनी है. विनम्र श्रद्धांजलि.

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  18. bhavbhini srdhanjali............

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  19. विनम्र श्रद्धांजलि

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  20. गजल को आम आदमी की पसंद बनाने वाले हर दिल अजीज गायक को श्रध्‍दासुमन......

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  21. विश्वास नहीं होता कि वे चले गए ... कि वे जा सकते हैं |
    :(

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  22. उन्होने गज़लों को खास महिफ़िलों में से निकाल कर एक आम आदमी के मध्य रखा...! ! !...हार्दिक श्रद्धांजलि ! ! !

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  23. मैं तो कल खुद स्तब्ध रह गया था ये खबर सुन कर!

    पल्लवी जी, एक टाईपिंग मिस्टेक हुई है आपसे..जगजीत सिंह के जगह आपने जगजीत 'सिग' आपसे टाइप हो गया है, सुधार कर लीजियेगा...

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  24. फिलहाल कुछ कहने की स्थिति में नहीं हूँ.....बस सोच रहा हूँ ....कि जीवन की वास्तविकता यही है तो फिर हम क्योँ उसे भूल जाते हैं .......!

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  25. awesome
    bahut achha lekhan

    R.I.P JS

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  26. mere jane ke bad meri pahchan baki.murda hai jism par jan baki hai.....inhi sabdo ke sath meri vinamra sradhanjali.....

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  27. जगजीत सिंह जी का शरीर मृत हुआ है वे हमेशा हमेशा अपनी आवाज के सहारे हम सभी के बीच रहेंगे।

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  28. उनकी आवाज अमर रहेगी ....
    शुभकामनायें आपको !

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  29. ऐसे महान इंसान और एक बेहतरीन गायक को मेरे जैसे हजारों गजल और संगीत प्रेमियों की और से अश्रुपूर्ण विनम्र श्रद्धांजलि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।

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  30. महान इंसान और महान कलाकार जगजीत जी को अश्रुपूर्ण विनम्र श्रद्धांजलि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।

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  31. विनम्र श्रद्धांजलि. ....
    जानीय छोटी-खाटू गाँव के मेले के बारे में...
    http://vijaypalkurdiya.blogspot.com

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  32. बहुत खूबसूरत प्रस्तुति, आभार.


    कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारने का कष्ट करें .

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  33. kahi par kuch khali khali sa lag raha hai...

    "wo kagaz ki kashti wo barish ka paani ........"

    aap ne sahi likha ...bahut dukh bhari ghatna hai ye.

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  34. भावभीनी श्रधांजलि ..

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